Oct 05, 08:12 pm
फैजाबाद।
अयोध्या विवाद पर हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद अलग-अलग खेमों में बंटे नजर आ रहे राम मंदिर समर्थकों को एक मंच पर लाने की कवायद शुरू हो गयी है। मंगलवार को रामजन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉ. राम विलास दास वेदान्ती अचानक निर्मोही अखाड़े के सरपंच महंत भाष्कर दास से मिलने पहुंचे। करीब पौन घंटे तक एकांत में हुई वार्ता के बाद दोनों ने कहा कि मिलकर मंदिर निर्माण पर सहमति बन गयी है। विश्व हिन्दू परिषद ने पहल का स्वागत किया है।
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत ज्ञानदास और बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाशिम अंसारी के बीच चल रही वार्ता के बीच मंगलवार को सामने आये इस ताजा घटनाक्रम को हिन्दू पक्ष की एकजुटता के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है। वार्ता में मिलकर मंदिर निर्माण करने के साथ ही तय किया गया कि यदि सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड सुप्रीम कोर्ट में अपील करता है तो वहां उसका मुकाबला भी साथ-साथ किया जाएगा।
बातचीत के बाद डॉ. वेदांती ने बताया कि निर्मोही अखाड़ा मंदिर निर्माण में बाधक नहीं बनेगा। मंदिर निर्माण के बाद रामानंद संप्रदाय उसकी व्यवस्था के बारे में दायित्व का निर्धारण करेगा।
उधर, महंत भाष्कर दास ने एक बार फिर दोहराया कि अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत ज्ञानदास की कोशिशों में वे शामिल नहीं होंगे। उन्होंने बातचीत को सकारात्मक बताया और कहा कि मिलकर मंदिर निर्माण करने में कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि यह बातचीत आगे भी चलती रहेगी। निर्मोही अखाड़ा अपनी स्पष्ट भूमिका के साथ मंदिर निर्माण में शामिल होगा।